अबला या बला ?
नारी क्या है ये ...अबला या बला ?
अबला है तो प्यार ही पूजा है , बला है तो आज ये तो कल कोई दूजा है
अबला है तो पति के चरणों में परमेश्वर है , बला है तो परमेश्वर के चरणों में पति है
अबला है तो दिन में सावन रात में पतझड़ है , बला है तो दिन में पतझड़ रात में सावन है
अबला है तो सत्कार सेवा सम्मान है , बला है तो मुसीबतों की दुकान है
अबला हो या बला हो वक़्त ने यही बताया है ,इसके अंतर्मन को कोई नर समझ न पाया है !
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